रोजमर्रा की जिंदगी में प्रौद्योगिकी का उपयोग संचार करने के लिए हो ही रहा है। हर क्षेत्र चाहे वह क्षेत्र शिक्षा का हो या फिर बैंकिंग का कंप्यूटर और इंटरनेट जैसी प्रौद्योगिकी ने शिक्षा के स्तर को बैंकिंग की दुनिया को बिल्कुल बदलकर रख दिया है।
इसके अलावा स्वास्थ्य सेवा उद्योग पर भी प्रौद्योगिकी का भारी प्रभाव पड़ा है।
संचार के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की भूमिका
वर्षों पहले एक वक्त था जब अपनों से संचार करने के लिए हमें पत्र लिखना होता था, फिर डाकघर जाकर पत्र को भेजना होता था फिर दो-तीन दिन में वह पत्र पहुंचता था और फिर उस पत्र का जवाब हमारे तक आते-आते एक हफ्ता लग जाता था। अपने जब दूर रहते थे तो उनको वापस देखने के लिए उनके घर आने का इंतजार करना होता था मगर प्रौद्योगिकी ने सब कुछ आसान कर दिया है अब तो हर हाथ में फोन है जिसमें इंटरनेट की सुविधा है जो सभी लोगों से संचार करने में मदद करती है। मिनटों में विडियों काल एवं मैसेज कर बात कर हाल-चाल लिया जाता है।
शिक्षा के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की भूमिका
कंप्यूटर और इंटरनेट ने जब से शिक्षा के क्षेत्र में प्रवेश लिया है तब से संपूर्ण शिक्षा जगत में बहुत बड़ा बदलाव आया है। अब स्कूलों में शिक्षक केवल ब्लैकबोर्ड और चाक से ही नहीं पढ़ाते एवं लिखाते है बल्कि प्रोजेकटर के माध्यम से कुछ स्लाइड्स बनाकर बच्चों को समझाते हैं ताकि वह जल्दी समझ जाएं पाठ को। कई स्कूलों में तो बच्चे कापी किताब भी नहीं लेकर जाते हैं सिर्फ लैपटॉप से डिजिटल तरीके से पढ़ाई करते हैं।
इतना ही नहीं स्कूल के आफिसों में भी अब फीस पेन पेपर में नहीं बल्कि आनलाइन चालान से लिया जाता है जिससे की समय भी बचता है और पैसा सीधे स्कूल के अकाउंट में चला जाता है।
कंप्यूटर और इंटरनेट जैसी प्रौद्योगिकी शिक्षा जगत में एक वरदान साबित हुआ है।
बिल के भुगतान करने और पैसा ट्रांसफर करने में प्रौद्योगिकी की भूमिका
अब आपको बैंक से पैसे निकालकर बिल का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होती और न ही किसी को पैसा ट्रांसफर करने के लिए बैंक में जाने की आवश्यकता होती है क्योंकि बहुत सारे बैंकों ने उपभोक्ताओं का समय बचाने के लिए आनलाइन बैंकिंग पोर्टल को लांच कर दिया है।
इसके अलावा पेटिएम, गूगल पे , मोबिविक एवं फोन पे जैसे एप ने बिल का भुगतान करने की पद्धति एवं पैसे को ट्रांसफर करना बिल्कुल आसान कर दिया है।
अब घंटों लाइन में खड़े होकर गैस, टेलिफोन, बिजली का बिल नहीं देना होता है क्योंकि यह सब काम अब मिनटों में हो जाता है।
खरीदारी की दुनिया में प्रौद्योगिकी की भूमिका
अब पहले जैसे कोई घर से बाहर निकलकर धूप में जलकर 50 दुकानों में घूमकर एक कपड़ा खरीदकर पूरा अपना एनर्जी खत्म नहीं करता है।
अब तो प्रौद्योगिकी इतना विकसित हो गया है कि घर बैठकर ही मिनटों में घर के घरेलू सामान से लेकर , आफिस के लिए पेन तक मिनटों में फ्लिपकार्ट , एमेजॉन ,मिन्तरा, शापक्लूयूस जैसे विभिन्न एप द्वारा खरीदारी घर बैठकर ही हो जाती है।
इस तरह हम कह सकते हैं कि प्रौद्योगिकी के संगत से हम भले ही अपने आप को बचा ले मगर प्रौद्योगिकी हमारा पीछा अब कभी नहीं छोड़ेगा। हम अगर न भी चाहे तो हमें प्रौद्योगिकी का प्रयोग करना ही होगा क्योंकि बिना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किए कोई भी काम करना संभव नहीं है।
आज बस, ट्रेन, प्लेन के बगैर जैसे यात्रा करना संभव नहीं है वैसे ही इंटरनेट, कंप्यूटर के बिना संचार, बैंकिंग, पढ़ाई, कमाई, खरीददारी करना भी संभव नहीं है।
इन सब के पीछे प्रौद्योगिकी का महत्त्वपूर्ण योगदान है जिसे झूठलाया नहीं जा सकता।
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